इन श्वासों का इतिहास आँकते युग बीते; रोमों में भर भर पुलक लौटते पल रीते; यह ढुलक रही है याद इन श्वासों का इतिहास आँकते युग बीते; रोमों में भर भर पुलक लौटते पल रीते; यह ...
फागुन की शाम मजनू निकला लैला की तलाश में फागुन की शाम मजनू निकला लैला की तलाश में
यादें दिल को सुकून दे जाती हैं, दिल को सुकून दे जाती हैं यादें। यादें दिल को सुकून दे जाती हैं, दिल को सुकून दे जाती हैं यादें।
दर्द हमेशा तुझे हो। प्यार हमारा ऐसा हो। दर्द हमेशा तुझे हो। प्यार हमारा ऐसा हो।
विश्व का अभिशाप क्या अब नींद बनकर पास आया? अमरता सुत चाहता क्यों मृत्यु को उर में बसाना? जाग तुझको... विश्व का अभिशाप क्या अब नींद बनकर पास आया? अमरता सुत चाहता क्यों मृत्यु को उर म...
आँसुओं का कोष उर, दृग अश्रु की टकसाल, तरल जल-कण से बने घन-सा क्षणिक मृदुगात; जीवन विरह का जलजात! आँसुओं का कोष उर, दृग अश्रु की टकसाल, तरल जल-कण से बने घन-सा क्षणिक मृदुगात; ज...